" alt="" aria-hidden="true" /> चंडीगढ़. नेशनल हाइवे-44 पर खतरनाक ड्राइविंग करने वालों की अब खैर नहीं होगी। हरियाणा पुलिस ने एनएच-44 के 187 किलोमीटर क्षेत्र में स्पीड रडार, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर्स और कैमरे का एक नेटवर्क स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह नेटवर्क खतरनाक ड्राइविंग करने वालों सहित ओवर स्पीड और असुरक्षित लेन में चलने वालों पर अंकुश लगाने के लिए एक केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष से जुड़ा होगा। बता दें, एनएच-44 प्रदेश के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत और सोनीपत के जिलों से होकर गुजरता है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेश नवदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश से मनाए गए 31वे राष्ट्रीय सड़क सप्ताह के दौरान डीजीपी मनोज यादव की अध्यक्षता में एक बैठक के दौरान इसकी रूपरेखा तैयार की गई है। उन्होंने कहा है कि गति सीमा का उल्लंघन अधिक दुर्घटनाओं का कारण बनता है। सड़क पर सही गति का पता लगाने वाले उपकरणों औऱ् कैमरों की स्थापना निश्चित रूप से सड़क दुर्घटनाओं में बहुमूल्य मानव जीवन के नुकसान को कम करने में मददगार साबित होंगे।